Thursday 17 November 2016

आरटीआई के दायरे में आने से क्यों डरती है बीजेपी? 'पार्टी का 70 प्रतिशत पैसा आता है अज्ञात स्रोत से'

नई दिल्ली। 8 नवंबर की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन पर अंकुश लगाने की बात कहकर 500 और 1000 के नोटों को बंद कर दिया। जनता को हुए कष्ट को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि देशहित में जनता को ये कष्ट उठाना ही पड़ेगा। पीएम मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार भविष्य में कालेधन पर और भी कड़ी कार्रवाइयां करेगी। लेकिन सवाल यह है कि क्या इन कड़ी कार्रवाइयों की जद में सिर्फ जनता ही आएगी या कभी नेताओं पर भी पीएम मोदी कभी कड़ी कार्रवाइयां करेंगे? 
आपको बता दें कि पिछले साल आरटीआई एक्टिविस्ट सुभाष चंद्र अग्रवाल ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिसमें उन्होंने देश की सभी पार्टियों को सूचना के अधिकार के तहत लाने की बात की थी। लेकिन जब सर्वोच्च अदालत ने इस मसले पर नरेंद्र मोदी सरकार की राय जाननी चाहिए तो उसने कहा कि “अगर राजनीतिक पार्टियों को आरटीआई के तहत लाया गया तो इससे उनके सुचारू कामकाज में अड़चन आएगी।” 

आपको ये जानकार हैरत होगी कि एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के साल 2013-14 के आंकड़ों के अनुसार देश की छह राष्ट्रीय पार्टियों की कुल आय का 69.3 प्रतिशत “अज्ञात स्रोत” से आया था। एडीआर के आंकड़ों के अनुसार साल 2013-14 में छह राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के पास कुल 1518.50 करोड़ रुपये थे। राजनीतिक दलों में सबसे अधिक पैसा बीजेपी (44%) के पास था। वहीं कांग्रेस (39.4%), सीपीआई(एम) (8%), बीएसपी (4.4%) और सीपीआई (0.2%) का स्थान था। 
एडीआर के आंकड़े बताते हैं कि सभी राजनीतिक दलों की कुल आय का 69.30 प्रतिशत अज्ञात स्रोतों से आया था। गौरतलब है कि राजनीतिक पार्टियों को अपने आयकर रिटर्न में 20 हजार रुपये से कम चंदे का स्रोत नहीं बताना होता है। पार्टी की बैठकों-मोर्चों से हुई आय भी इसी श्रेणी में आती है। साल 2013-14 तक सभी छह राष्ट्रीय पार्टियों की कुल आय में 813.6 करोड़ रुपये अज्ञात लोगों से मिले दान था। वहीं इन पार्टियों को पार्टी के कूपन बेचकर 485.8 करोड़ रुपये की आय हुई थी।
यह तब के आंकड़े हैं जब कांग्रेस सत्ता में थी और बीजेपी विपक्ष में और यही दोनों दल अज्ञात स्रोत से चंदे के मामले में भी बाकी पार्टियों से आगे थे। अब आप सोच सकते हैं कि बीजेपी सत्ता में है और पूंजीपतियों से भी बीजेपी के रिश्ते अच्छे हैं। साल 2013-14 में कांग्रेस की कुल आय 598.10 करोड़ थी जिसमें 482 करोड़ अज्ञात स्रोतों से आए थे। कांग्रेस को कुल आय का 80.6 प्रतिशत अज्ञात स्रोतों से मिला था। बीजेपी की कुल आय 673.8 करोड़ रुपये थी जिसमें 453.7 करोड़ रुपये अज्ञात स्रोतों से आए थे। बीजेपी को कुल आय का 67.5 प्रतिशत अज्ञात स्रोतों से मिला था। 

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