नई दिल्ली । बड़े शर्म और खेद की बात है कि जिस नोटबंदी से देश की जनता त्राहि त्राहि कर रही है उसे बीजेपी के महासचिव देश भक्ति की पहचान बता रहे हैं । बैंको में लंबी लाइने लगी हैं, एटीएम में पैसे नहीं हैं, इससे पाई पाई को मोहताज हुई जनता के ज़ख्मो पर मरहम लगाने के वजाय बीजेपी नेता इसमें भी देशभक्त और गद्दार ढूंढ रहे हैं ।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने नोटबंदी के फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि “देशभक्ति” की पहचान कठिन वक्त में ही होती है। आठ नवंबर को रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोटोें को बंद करने की घोषणा की उसके बाद से ही आम लोगों को हो रही दिक्कत को देखते हुए सरकार के नाकाफी इंतजाम की आलोचना हो रही है।
राम माधव ने मंगलवार को ट्वीट किया, “कठिन वक्त में ही देशभक्ति की पहचान होती है। आजकल हम ये बहुत देख रहे हैं। अन्यथा, सामान्य समय में आरामकुर्सी में बैठकर हर कोई देशभक्त बनता है।” मीडिया रिपोर्टों के अनुसार नोटबंदी के कारण देश भर में अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
राम माधव से पहले सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कई बार लोग राशन की लाइन में इंतजार करते-करते मर जाते हैं। हालांकि बीजेपी नेता ने साथ में जोड़ दिया कि वो लोग द्वारा झेली जा रही दिक्कतों को लेकर वो असंवेदशील नहीं है।
पीएम मोदी ने भी सोमवार को बीजेपी सांसदों से कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर आम जनता उनके साथ है इसलिए उन्हें रक्षात्मक होने की जरूरत नहीं है।
वहीँ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी नोटबंदी के फैसले का बचाव करते हुए कहा था कि जो दल इस फैसले का विरोध कर रहे हैं वो आतंकवादियों की मदद करना चाहते हैं।